प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार मेले में 71000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्र निर्माण और आत्मनिर्भर भारत में उनकी भागीदारी पर जोर दिया। रोजगार मेला कार्यक्रम का आयोजन देश के 45 स्थानों पर किया गया, जहां विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के लिए नई भर्तियां हुईं।
रोजगार मेला: एक राष्ट्रीय पहल
इस कार्यक्रम के तहत, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवाओं सहित कई केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में नियुक्तियां की गईं। इसके अलावा, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसयू), स्वास्थ्य और शिक्षा संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और स्वायत्त विभागों में भी चयनित उम्मीदवारों को अवसर प्रदान किए गए।
सरकार ने स्पष्ट किया कि विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में रिक्त पदों को भरने का कार्य मिशन मोड में किया जा रहा है। साथ ही, रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों के सहयोग से स्थानीय स्तर पर रोजगार मेलों का आयोजन भी किया जा रहा है।
युवाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता
रोजगार मेला प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन के प्रति प्रतिबद्धता का एक अहम कदम है। यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनने में भी मदद करती है। इससे वे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका बेहतर तरीके से निभा सकते हैं।
आत्मनिर्भर भारत के तहत रोजगार पहल
भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई योजनाएं और नीतियां लागू की हैं। इनमें आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (ABRY), प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), पीएम गतिशक्ति योजना, और स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) जैसी योजनाएं शामिल हैं।
अन्य प्रमुख योजनाएं
सरकार की अन्य प्रमुख पहलों जैसे मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटी मिशन, और सभी के लिए आवास योजना के जरिए भी देशव्यापी रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य देश के युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए प्रेरित करना है।
रोजगार सृजन पर सरकार की प्राथमिकता
यह कार्यक्रम सरकार की रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि ये पहलें उन्हें अपने सपनों को साकार करने और देश के विकास में सक्रिय योगदान देने के लिए नए अवसर प्रदान करेंगी।
रोजगार मेला न केवल युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की दिशा में प्रेरित करता है। सरकार की ये पहलें देश में रोजगार क्षमता बढ़ाने और आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।